April 06, 2021

साहित्यिक चोरी की घटना क़ानूनी अपराध हैं। पीएचडी के छात्रों के जीवन में Anti Plagiarism Software का अहम किरदार निभाता हैं।

साहित्यिक चोरी आज एक बहुत ही बड़ा मुद्दा बन चुका है।आज इंटरनेट में सभी भाषाओं में जानकारी मौजूद है।एक क्लिक से आप विश्वभर की जानकारी जुटा सकते हैं, इसी बीच अपने लेख को अन्य से अलग व ज़्यादा रोचक बनाना ज़रूरी व चुनौतीपूर्ण काम हैं। यही बात है जो आपको सब से अलग और अच्छा शोधकर्ता बनाती हैं। अगर आप पीएचडी के छात्र हैं, आपके लिए यह जानना ज़रूरी है कि आपका लेख अन्य से अलग व विश्वसनीय हो।

यदि आप अपने काम में निपुणता नहीं लाते हैं तो यह आपके शैक्षिक कौशल पर प्रश्न चिन्ह लगाता हैं। अतः लोगों को आपके कार्य पर संदेह रहेगा। और, यह आपके करियर को बुरी तरह प्रभावित करेगा। बेहतर होगा कि आप अपने लेख को एक बार Anti Plagiarism Software for College पर जाँच करके ही आगे प्रकाशित होने के लिए दे। ध्यान रखें आप अपनी भाषा का सही चयन करें तकी वह आपको सटीक परिणाम दिखाएं।

साहित्यिक चोरी सामान्य क्यों है?

जब एक शोधकर्ता थीसिस/शोध पत्र लिखना शुरू करता है, उसके स्वयं के विचार बहुत महत्वपूर्ण होते है। लेकिन कई कारणों की वजह से लेख की वास्तविकता कम हो जाती है, उसमें से एक यह भी है कि उन्हें अपने विचारों का उल्लेख लंबे वाक्यों में करने को कहा जाता है। परिणामस्वरूप, जोड़ा गया साहित्य का भाग कार्य में समानता लाता है।कार्य की स्वीकृति के लिए इसे हटा दिया जाना ही एक बेहतर विकल्प है।

साहित्यिक चोरी का कैसे पता लगाया जा सकता है?

ऑनलाइन कई नि:शुल्क सॉफ़्टवेयर मौजूद हैं जहाँ चेक किया जा सकता है कि साहित्य विश्वास हैं कि नहीं। उन्हें आप निशुल्क भी इस्तेमाल कर सकते हैं और शुल्क चुकाकर लंबे समय तक उसका प्रयोग कर सकते हैं। हालाँकि, ऑनलाइन दस्तावेज़ की समानता चेक करने के लिए कई विश्वसनीय सॉफ़्टवेयर भी उपलब्ध है लेकिन, विश्वविद्यालय सभी सॉफ़्टवेयर को मान्य घोषित नहीं करते है व उन पर जाँच की गई साहित्य सामग्री को वह अस्वीकार कर देते हैं। बेहतर यही होगा की जाँच के लिए प्रमाणिक सॉफ़्टवेयर पर ही भरोसा करें।सोच समझकर एक अच्छा Plagiarism Checker for Hindi Text का प्रयोग करके अपनी अनुसंधान को मज़बूत बनाएँ।

कई बार ऐसा देखा गया है कि शोधकर्ता अपने विचार लिखते- लिखते समान विचार पर बात करने लग जाते हैं, जो की साहित्यिक चोरी के स्तर से समानता लाती हैं। इससे बचने के लिए आपको कई महत्वपूर्ण बातें याद रखनी होगी।

  1. अपने विषय को अच्छी तरीक़े से जाने।
  2. यदि आप किसी वेबसाइट से जानकारी ले रहे हैं तो लेखक का नाम व साइट के बारे में ज़रूर लिखे या उसका हवाला दें।
  3. इस बात का ख़ास ध्यान दें कि क्या लेख में शामिल करें क्या नहीं।
  4. अंतः साहित्यिक चोरी के सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।

यह आपकी पकड़ अपने विषय पर मज़बूत बनाता हैं तब जाकर आप सही तरीक़े से जानकारी जुटा पाएँगे ।परिणामस्वरूप, आप सही, विश्वसनीय साहित्य लिख पाएँगे । एक विद्यार्थी का काम होता है कि वह अपना ज्ञान को विस्तारित करें, उसके लिए पढ़ना व लोगों से बातें करना ज़रूरी है, यह ज्ञान को बढ़ाता है।अंततः सभी बातों को अपनी भाषा में पिरोना ही एक सच्चे शोधकर्ता की निशानी है। कुछ विश्वास और नि:शुल्क सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके आप साहित्यिक चोरी की घटना से बच सकते हैं। साहित्य असली है या नक़ली इसके लिए Anti Plagiarism Software for College Student का इस्तेमाल करके आप अपने पीएचडी की शिक्षा में अच्छे अंकों से उत्तीर्णता हासिल कर सकते हैं।